TALBROS AUTOMOTIVE COMPONENTS LTD ⚙️

  1. Company’s Credit Rating
  • Long-Term Bank Facilities: CARE A+; Stable (Reaffirmed)
  • Short-Term Bank Facilities: CARE A1+ (Reaffirmed)
  1. Reasons for Good Credit Rating
  2. Strong Financial Performance
    o Revenue grew 21% YoY in FY24, reaching ₹781.59 crore (compared to ₹648.31 crore in the previous
    year).
    o EBITDA margin improved to 15.15% from 13.73% in FY23.
    o PAT margin increased to 14.07%, up from 8.57% in FY23.
  3. Low Debt Levels
    o Debt-to-Equity Ratio is only 0.18x, indicating low financial risk.
    o Interest Coverage Ratio of 8.93x, showing strong ability to meet interest obligations.
  4. Strong Customer & Product Portfolio
    o Major clients include Bajaj Auto, Tata Motors, Hero MotoCorp, and other leading automobile
    manufacturers.
    o Talbros holds a 50% market share in India’s gasket industry.
  5. Strategic Partnerships & Expansion
    o Strong global partnerships with Fiat Group (Italy), Marugo Rubber (Japan), and others.
    o Export business is expanding, strengthening the company’s global presence.
  6. Cash Flow & Liquidity
    o Projected cash flow of ₹100.57 crore in FY25, with only ₹6.16 crore in debt repayment obligations.
    o Bank balance of ₹69.34 crore, ensuring strong liquidity.
  7. Potential Risk Factors for Downgrade
  • The current market size of the auto components industry in India is $74 billion. By 2023, it is expected to grow at a CAGR of 18% and reach $200 billion. This means that the auto components industry will experience significant growth.
  • In India, only about 250 out of 1,000 people own a vehicle, which is much lower than in developed countries. This means the automobile industry in India will grow a lot in the future.
  • INDIA’S AUTO COMPONENT MANUFACTURING INDUSTRY CONTRIBUTES APPROXIMATELY 2.3% TO THE GDP 2023-24
  • The Indian government’s target is to achieve 30% EV penetration by 2030.
  • To boost the auto components industry, the Indian government has introduced the PLI Scheme for Automobiles and Auto Components. This scheme has a budget of ₹25,938 crore and will run for five years from FY 2022-23 to 2026-27.
  • Overall, India’s auto components industry has a very high growth potential.

कंपनी का परिचय

Talbros Automotive Components Ltd की स्थापना 1956 में हुई थी। यह एक छोटी लेकिन तेजी से बढ़ने वाली कंपनी है, जिसकी मार्केट कैप ₹2,000 करोड़ से कम है। इसका ग्रोथ करने का अवसर बहुत अधिक है।

कंपनी मुख्य रूप से दो प्रमुख उत्पादों – Gaskets और Forging – का निर्माण करती है। भले ही यह एक छोटी कंपनी है, लेकिन गैसकेट व्यवसाय में इसका बाजार हिस्सेदारी 50% है, जिससे यह इस क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी बन जाता है।

Talbros का कुल राजस्व का 47% गैसकेट्स से और 27% फोर्जिंग से आता है। कंपनी के पास भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजार में 30+ क्लाइंट हैं, जिससे इसका व्यवसाय स्थिर बना रहता है। Talbros के पास 65+ वर्षों का अनुभव है, जो इसे एक भरोसेमंद कंपनी बनाता है।

कंपनी 2-व्हीलर्स, कृषि उपकरण, ऑफलोडर्स, और HCV & LCV सेगमेंट के लिए उत्पाद बनाती है। आने वाले समय में EV सेक्टर तेजी से विकसित होगा, इसलिए कंपनी इस सेक्टर पर विशेष ध्यान दे रही है।

ग्राहक आधार और ऑर्डर बुक

Talbros को हर साल ₹60 करोड़ का फिक्स ऑर्डर सिर्फ गैसकेट्स के लिए मिलता है, और 5 कंपनियां पूरी तरह से इसके उत्पादों पर निर्भर हैं। इसके सबसे बड़े ग्राहक Maruti Suzuki (14%) और Tata Motors (8%) हैं।

मैन्युफैक्चरिंग क्षमता

Talbros के पास वर्तमान में 8 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स हैं, जो इसकी उत्पादन क्षमता को मजबूत बनाते हैं।

प्रबंधन और नेतृत्व

Chairman Naresh Talwar की बात करें तो अब तक उनके ऊपर कोई भी धोखाधड़ी के आरोप नहीं लगे हैं, जो कंपनी की विश्वसनीयता को दर्शाता है। उनके नेतृत्व में कंपनी एक बड़े ग्रोथ विजन पर काम कर रही है। उनका लक्ष्य है कि अगले 3 वर्षों में एक्सपोर्ट को 25% से बढ़ाकर 35% तक ले जाना और 2027 तक कंपनी की राजस्व वृद्धि को 13% CAGR तक बढ़ाना।

भविष्य की रणनीति और EV सेक्टर पर फोकस

EV सेक्टर पर कंपनी का ध्यान बढ़ रहा है, क्योंकि 2030 तक भारत में EV का मार्केट शेयर 40% तक पहुंचने की उम्मीद है। यह Talbros के लिए एक बड़ा अवसर है।

कंपनी को अब तक कई अवॉर्ड्स और सर्टिफिकेट्स मिल चुके हैं, जो दर्शाते हैं कि इसके ग्राहक कंपनी से संतुष्ट हैं।

राजस्व और ग्रोथ अनुमान

  • Gaskets और Heat Shield डिवीजन का राजस्व 2026-27 तक 13% CAGR से बढ़कर ₹700 करोड़ होने का अनुमान है।
  • Forging व्यवसाय का राजस्व 2026-27 तक 23% CAGR से बढ़कर ₹500 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।

इससे यह साफ होता है कि कंपनी अपने भविष्य को लेकर आत्मविश्वास से भरी हुई है।

भारत में ऑटो सेक्टर के अवसर

  • भारत दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैक्टर उत्पादक है।
  • भारत दूसरा सबसे बड़ा बस निर्माता है।
  • भारत तीसरा सबसे बड़ा भारी ट्रक उत्पादक है।

इसका मतलब है कि भारत में ऑटो सेक्टर की ग्रोथ के लिए बड़े अवसर मौजूद हैं। सरकार भी PLI स्कीम के जरिए ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री को बढ़ावा दे रही है, जिससे यह सेक्टर और तेजी से विकसित हो सकता है।

संभावित जोखिम

कंपनी की स्थिति काफी मजबूत है, और इसमें कोई बड़ा जोखिम नहीं दिखता जो इसे गिरावट की ओर ले जाए। हालांकि, कुछ बाहरी कारक (External Factors) जैसे ग्लोबल मंदी, सप्लाई चेन की दिक्कतें, या सरकार की नीतियां कुछ चुनौतियां पैदा कर सकती हैं।

मजबूत वित्तीय स्थिति

  • कंपनी के पास बहुत कम कर्ज (Debt) है।
  • कंपनी बिजनेस को बढ़ाने के लिए निवेश कर रही है।
  • टॉपलाइन (Revenue) और बॉटमलाइन (Net Profit) दोनों ग्रो कर रहे हैं।
  • CFO (Cash Flow from Operations) पॉजिटिव है और लगातार बढ़ रहा है।
  • Sales Growth और Profit Growth 10% से अधिक की दर से बढ़ रहे हैं।

शेयरहोल्डिंग पैटर्न और प्रमोटर की स्थिति

  • Promoters के पास कंपनी का 58% शेयर है, जो पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है।
  • Promoters ने अपना कोई भी शेयर गिरवी (Pledge) नहीं रखा है, जिससे यह साबित होता है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है।
  • Dolly Khanna जैसे बड़े निवेशकों ने भी कंपनी में निवेश किया है, जो इसकी ग्रोथ क्षमता को दर्शाता है।

क्रेडिट रेटिंग और वैल्यूएशन

  • कंपनी को अच्छी क्रेडिट रेटिंग मिली है, जिससे इसकी वित्तीय स्थिति स्थिर बनी रहती है।
  • फिलहाल कंपनी थोड़ी Overvalued है, लेकिन ज्यादा नहीं। लॉन्गटर्म इन्वेस्टमेंट के लिए सही समय पर एंट्री लेना जरूरी होगा।

निष्कर्ष

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